27 नवंबर का इतिहास | इतिहास के पन्नों में 27 नवंबर | 27 November in History | Today in History

 

  • 27 नवंबर 1888 को गुजरात के बड़ौदा में गणेश वासुदेव मावलंकर का जन्म हुआ।

  • मावलंकर एक स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही लोकसभा के पहले अध्यक्ष थे।

  • वे 26 नवंबर 1949 को अस्थायी संसद के अध्यक्ष बने।

  • मावलंकर की कार्यप्रणाली ने भारत की संसदीय संस्थाओं को सर्वाधिक प्रभावित किया।

  • उन्हें "लोकसभा के जनक" की उपाधि से भी सम्मानित किया जा चुका है।

  • वे वर्ष 1937 से 1946 तक बॉम्बे विधानसभा के भी अध्यक्ष रहे थे।

  • 15 मई 1952 को गणेश वासुदेव मावलंकर स्वतंत्र भारत के पहले लोकसभा अध्यक्ष बने। उनके नाम का प्रस्ताव प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने रखा था।

  • 27 नवंबर 1895 को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों की स्थापना हुई।

  • इसी दिन 1895 को स्वीडिश रसायनशास्त्री, इंजीनियर और उद्योगपति अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल ने अपनी वसीयत लिखी।

  • अल्फ्रेड नोबेल ने डायनामाइट और अन्य शक्तिशाली विस्फोटकों का आविष्कार किया था।

  • अपनी वसीयत में अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा एक ट्रस्ट बनाने के लिए अलग कर दिया। उनकी इच्छा थी कि इस धनराशि पर मिलने वाले ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाये जिनका काम मानवजाति के लिए सबसे कल्याणकारी हो।

  • यह पुरस्कार निम्नलिखित 6 क्षेत्रों में दिया जाता है— भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, साहित्य, अर्थशास्त्र और विश्वशांति।

  • वर्ष 1901 से, पहले नोबेल पुरस्कारों का आयोजन शुरू हुआ।

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